आरोग्य मंदिर बनाम मोहल्ला क्लिनिक – दिल्ली की हेल्थ वॉर शुरू!

शालिनी तिवारी
शालिनी तिवारी

दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर घमासान मच गया है। बीजेपी की दिल्ली सरकार ने आज तीस हजारी कोर्ट में पहला आरोग्य मंदिर जनता को समर्पित किया। इसे लेकर साफ कहा जा रहा है – ये है मोहल्ला क्लिनिक का लेवल अप वर्जन! लेकिन क्या सच में ऐसा है? चलिए जानते हैं आरोग्य मंदिर बनाम मोहल्ला क्लिनिक की पूरी कुश्ती की कहानी

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आरोग्य मंदिर में क्या मिलेगा?

  • गर्भवती महिलाओं के लिए डिलीवरी और बाद की देखभाल।

  • 5 तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग।

  • बच्चों के लिए 12 तरह के टीकाकरण।

  • मुफ्त में 105 दवाइयां और 14 टेस्ट।

  • आउटसोर्स के जरिए 79 तरह की जांचें, रिपोर्ट सिर्फ 30 मिनट में।

  • 8 तरह के ब्लड टेस्ट, डायबिटीज और हाइपरटेंशन की भी जांच।

  • फैमिली प्लानिंग काउंसलिंग और हफ्ते में 2 दिन योग की कक्षाएं।

सरकार का दावा है कि दिल्ली में 33 आरोग्य मंदिर खोले जाएंगे, जिनमें सुबह 9:30 से दोपहर 3:30 बजे तक सेवाएं मिलेंगी। मतलब – इलाज भी और हेल्दी लाइफस्टाइल के टिप्स भी।

मोहल्ला क्लिनिक में क्या मिलता है?

  • बुखार, खांसी, फ्लू जैसी छोटी बीमारियों का इलाज।

  • बच्चों और बड़ों के लिए टीकाकरण।

  • मुफ्त डॉक्टर कंसल्टेशन और जरूरी दवाइयां।

  • बेसिक टेस्ट जैसे बल्ड शुगर, हेमोग्लोबिन।

  • गर्भवती महिलाओं की शुरुआती जांच और देखभाल, लेकिन डिलीवरी की सुविधा नहीं।

  • मेंटल हेल्थ कंसल्टेशन और दवाएं।

दिल्ली में 500+ मोहल्ला क्लिनिक काम कर रहे हैं। मोहल्ले के पास, बिना लंबी लाइन के – डॉक्टर, दवा, और शुरुआती जांच।

आरोग्य मंदिर बनाम मोहल्ला क्लिनिक – असली फर्क क्या?

आरोग्य मंदिर में डिलीवरी की सुविधा, जबकि मोहल्ला क्लिनिक में नहीं।
79 तरह की जांचें, रिपोर्ट 30 मिनट में – मोहल्ला क्लिनिक में सीमित टेस्ट।
योग कक्षाएं और फैमिली प्लानिंग काउंसलिंग – मोहल्ला क्लिनिक में नहीं।
मोहल्ला क्लिनिक मुहल्लों में, लेकिन आरोग्य मंदिर खासतौर पर शहरी सेटअप में।
दोनों में इलाज फ्री, लेकिन आरोग्य मंदिर ज्यादा सुविधाओं और हाईटेक टच के साथ।

‘हेल्थपोलिटिक्स का नया ट्रेंड!’

केजरीवाल की ‘मोहल्ला क्लिनिक’ वाली फ्लैगशिप स्कीम को टक्कर देने के लिए बीजेपी सरकार ने अब आरोग्य मंदिर का कार्ड फेंका है। कहीं ये हेल्थ का मन्दिर बनकर आम आदमी को VIP ट्रीटमेंट देने वाला सेंटर तो नहीं? या फिर ये भी सियासी चाल का नया पैंतरा?

दिल्ली में हेल्थ सेवाओं की जंग अब मोहल्ला क्लिनिक और आरोग्य मंदिर के बीच हो रही है। लोग किसे अपनाएंगे – मोहल्ला क्लिनिक के पुराने दोस्ताना स्टाइल को या आरोग्य मंदिर के नए हाईटेक स्टाइल को? दिल्ली की जनता तय करेगी – वोट से या वोट-ऑफ-हेल्थ से!

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